विश्व भर में 27 सितंबर को टूरिज्म डे के रूप में मनाया जाता हैं।
इसकी शुरूआत स्वर्गीय इग्नाटियस अमादुवा अतीग्बी ने करी थी। जो की एक नाइजीरिया के मूल निवासी थें।
वर्ल्ड टूरिज्म डे की शुरूआत 1980 में हुई थी जिसकी नीव UNOWTO द्वारा 1970 के प्रस्तावित कानून को स्वीकार करने के आधार पर हैं।
वर्ल्ड टूरिज्म का प्रमुख मुख्यालय स्पेन में स्थित हैं।
विश्व स्तर पर टूरिज्म का सारा कार्यभार UNO द्वारा किया जाता हैं।
भारत में टूरिज्म डे की शुरुआत आजादी के बाद से ही प्रारंभ हो गई थी, 1947 में इसे कानूनी रूप से स्वीकार करा गया।
टूरिज्म डे मनाने का असली कारण यही रहा, यह देश के लोग एक दूसरे को जाने , समझे उनकी खासियत को पहचाने , मुद्रा का स्थानांतरण हो और हर दिन कुछ नया सीखने को मिले।
इसके साथ ही टूरिज्म आर्थिक स्थिति को सुधारने का भी एक खास जरिया होता हैं।
भारत में इस वर्ष टूरिज्म की थीम है Rethinking Of Tourism
टूरिज्म की थीम रखने का प्रमुख कारण है कोविड महामारी। कोविड के कारण दो साल से अधिक समय हो गया लोगों ने ठीक से घुमा नहीं हैं। जिससे आर्थिक स्थिति में तनाव आने के साथ वयक्ति में महामारी से जुड़ा डर भी बैठ गया हैं।
इस बार UNO यही चाहती है हर देश एक दूसरे का खुले दिल स्वागत करे। ऑफर निकाले, टूरिज्म से जुड़े गाइड लाइन में बदलाव और सतर्कता के साथ मनोरंजन को अधिक महत्व से जिससे लोग अधिक से अधिक घूमने आए।