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Home Remedies For Arthritis गठिया बीमारी के घरेलू उपाय

आज के समय में गलत खान पान और अव्यस्थित जीवन चर्या के कारण अनेक बीमारियों का खतरा मंडराने लगता है इसी क्रम में एक बीमारी है गठिया। जिसे अन्य भाषा में अर्थराइटिस और आर्थ्राल्जिया भी कहते हैं। 

यह बीमारी आज कल काम उम्र में भी 

गठिया रोग: 

गठिया रोग खास कर हड्डियों या जॉइंट्स में होने वाला रोग है इसमें आपके शरीर के जॉइंट्स ब्लॉक हो जाते हैं।आपकी हड्डियों में भयंकर दर्द , खिंचाव और , ऐठन महसूस होती हैं। कई बार यह अकड़न इतनी अधिक हो जाती हैं की व्यक्ति अपना सामान्य कार्य भी करने में भी सक्षम नहीं रहता हैं। 

गठिया रोग के लक्षण: 

गठिया रोग की शुरआत हाथों या पैरों की उंगलियों से होती हैं। 

शरीर में सुस्ती महसूस होती हैं। 

हाथों पैरों में दर्द और अकड़न रहती हैं।

शरीर में हर समय कमजोरी महसूस होती हैं।

पैरों के तलवे में बहुत अधिक जलन और पीड़ा होती हैं।

शरीर के हर अंग में ब्लड सर्कुलेशन सही नही रहता हैं। 

व्यक्ति के शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती हैं।  

गठिया रोग के घरेलू उपाय: 

गठिया रोग के रोगी के लिए कुछ खास बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी हैं। 

सबसे पहले यह बात ध्यान रखे की बहुत अधिक खटाई का प्रयोग न करे। 

गठिया रोग का एक प्रमुख कारण वात भी है इसलिए कोशिश करे की बादी चीज़ न खाए जो शरीर में वायु विकार करे। जैसे , अरबी, बैंगन, भिंडी, बंडा आदि। 

गठिया के रोगी को यदि मेथी के दाने खिलाए जाए तो यह बहुत जल्दी असर करता हैं। 

गठिया रोगी को यदि पानी में चाय की पत्ती खौला के बिना चीनी डाले पिया जाए तो यह बहुत कारगर साबित होता हैं। 

गठिया रोगी को कैल्शियम आयरन अधिक लेना चाहिए। 

दूध फ़ल, दही का अधिक प्रयोग करे जो शरीर की हड्डियों को मजबूत करें। 

थोड़ी बहुत एक्सरसाइज अवश्य करे जिसे शरीर में ज्वाइंट ब्लॉक न हो। 

योगा ध्यान प्राणायाम भी बहुत फायदा पहुंचाता हैं ।

मन से पॉजिटिव रहे, किसी भी प्रकार की नेगेटिविटी दिमाग में न लाएं। 

ऐसे में लौंग ,अलसी , भांग, सरसों के बनाए हुए तेल की मालिश से बहुत आराम होता हैं। 

गठिया के रोगियों को सर्द गर्म मौसम से बचना चाहिए। जैसे एक दम से ac से एक दम से गर्मी में न जाए। 

गठिया रोगी को गुनगुने पानी से नहाना चाहिए।   

सुझाव: 

अगर आप इस बीमारी में आयुर्वेद का सहारा लेते है तो यह बहुत कारगर साबित होता हैं। क्युकी अंग्रेजी दवाओं के कारण शरीर में बहुत रिएक्शन होने की संभावना रहती हैं।साथ ही शरीर पर फोड़े और पेट में अल्सर तक की शिकायत उत्पन्न होती हैं।

Frequently Asked Questions (FAQ)

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