स्वाद और पोषण से भरपूर अरवी के पत्तों की पकौड़ी आपको बेहद पसंद आयेगी। यूपी पूर्वांचल की सुप्रसिद्ध डिश कही जाने वाली पकौड़ी को अन्य भाषा में पात्रा , पत्ता रोल्स , रिकवच भी कहते हैं।
बारिश के मौसम में यह पत्ते बहुत तेज़ी से बढ़ते है। इस मौसम में पात्रा बनाने और खाने का मजा दो गुना हो जाता हैं। चाय के साथ आप इन टेस्टी पकौड़े को सर्व कर सकतीं हैं।
आयरन और विटामिन से भरपूर अरवी के पत्तो की पकौड़ी बनाने में बेहद आसान हैं। तो आइए जानते हैं इसकी आसान सी रेसिपी।
सबसे पहले आप अरवी के पत्तों को अच्छे से धूल ले। इसके बाद पत्तियों को उलटी तरफ से लेकर डंठल वाले भाग को काट के अलग कर ले। ऐसा ही आप सभी पत्तियों के साथ करके एक जगह रख लें।
इसके बाद आप एक बर्तन में बेसन ले इसमें चावल का आटा ले। यदि आप दो चम्मच बेसन ले तो एक चम्मच चावल का आटा। अब इसमें हल्दी , नमक, खटाई लहसुन और मिर्च का पेस्ट बना कर ले। इन सबको अच्छे से मिलाने के बाद आप इसका गाढ़ा घोल बना लें जो पत्ते पर टिक सके।
अब आप अरवी के पत्तों पर उलटी ओर से बेसन का पेस्ट लगाए और पत्तियों को एक पर एक बिछाए। एक बार में कम से कम 6 से 7 पत्तियां ही ले अब इन्हें लपेट कर रोल की तरह बना ले।
इसके बाद आप एक पतीले में पानी गैस पर चढ़ाए। जब पानी गर्म हो जाए एक चन्नी को पतीले पर रखें। अब इस पर आप रोल्स को भाप दे करीब 15 मिनट तक इसके बाद रोल्स को एक प्लेट में रख ले।
अब आप इन्हे गोल गोल आकार में काट ले। आप चाहे तो इन्हे भाप से बने हुए गर्मागर्म खा ले। या आप इन्हे तवे पर ऑयल लगा कर सेक या तल ले यह हर रूप में स्वादिष्ट होते हैं।
अरवी के पत्तों में प्रचुर मात्रा में आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस , विटामिन ए,बी, और सी पाया जाता हैं जो स्वास्थ्य के भी बहुत उपयोगी हैं।
पकौड़ी को अन्य भाषा में पत्रा , पत्ता रोल्स , रिकवच भी कहते हैं। आप इन्हें बॉयल, फ्राई या तल कर भी प्रयोग में ला सकती हैं।
अरवी के पत्तों को कोलोकेसिया लीव्स कहते हैं यह अरवी के गांठ के ऊपर होते है।
इनमे विटामिन सी , ए बी, और आयरन , कैल्शियम,फास्फोरस और फाइबर होता है।
इसमें पत्तों में स्वाद के साथ गले में चुभने या काटने का दोष खत्म हो जाता है।
बेसन का घोल गाढ़ा हो तभी पत्तों पर लगेगा।
इससे पकौड़ी में करारापन आता हैं।