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Guheri In Eye : आखों में होने वाली बिलनी (गुहेरी) का आयुर्वेदिक उपचार

आखों के बिना जीवन की कल्पना करना नामुकिन सा हैं। अगर ये आखें न होती तो आप इस खूबसूरत सी दुनिया को कभी देख ही न पाते। ऐसे में अपनी आखों का आप बहुत ख्याल रखे। आपकी आखें चेहरे की खुबसूरती के साथ ही शरीर का बेहद नाजुक अंग भी होती हैं। इनकी सुरक्षा आपकी प्राथमिक जिम्मेदारी हैं।  

आखों में होने वाली बीमारी बिलनी (गुहेरी):

कई बार आपने यह देखा होगा या खुद से महसूस किया होगा की आंखों की पलको पर बिलनी आ जाती हैं। यह एक प्रकार का इन्फेक्शन होता हैं जो आखों की पलकों पर होता हैं। यह पलको की ऑयल ग्लैंड को प्रभावित करता हैं। यह स्टैफिलोकोकस नामक बैक्टीरिया के कारण फैलता हैं।

आखों में बिलनी होने के कारण : 

आखों को बेहद सेंसटिव एरिया माना जाता हैं। ऐसे में आपकी किसी प्रकार की भी गलती आखों को हानि पहुंचा सकती हैं। जिनसे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता हैं। इसके प्रमुख कारण इस प्रकार हैं :

  • बार बार गंदे हाथों से आखों को छुना।
  • धूल मिट्टी आदि का आखों में जाना।
  • आखों में कीचड़ इत्यादि का रह जाना।
  • आखों को नियमित रूप से ठंडे पानी से न धुलना। 
  • आखों पर मेकअप का इस्तेमाल करना।
  • हार्मोनल परिवर्तन के कारण। 

बिलनी के लक्षण : 

आखों में होने वाली बिलनी पलकों पर होती हैं। यह पलकों के अंदरूनी हिस्से में पनपती हैं। इसके अन्य लक्षण इस प्रकार हैं : 

  • आखों की पलकों में गांठ दिखना।
  • आखों में जलन और दर्द की समस्या होना।
  • आखों में कीचड़ आना।
  • आखों में सूजन हो जाना। 
  • आखों से पानी का आना।
  • आखों की पलकों पर पपड़ी जम जाना।

बिलनी के आयुर्वेदिक उपचार : 

बिलनी की कई अंग्रेजी दवाइयां अब बन गई हैं। पर आज भी कुछ ऐसे देशी उपाय है जिसने आप इस बीमारी की रोकथाम कर सकते हैं।

आखों की सफ़ाई

सबसे पहले आपको अपनी आखों को साफ करना हैं। कॉटन की मदद से आपको बिलनी वाले एरिया को क्लीन रखना हैं। यदि आखों में ज्यादा जलन और दर्द हो तो आप आखों को ठंडे पानी से धो ले। 

ग्रीन टी का प्रयोग 

आप एक कप में गर्म पानी ले अब इसमें ग्रीन टी को डाले। जब यह पानी में अच्छे से घुल जाए कॉटन की मदद से उसे आखों पर लगाए। आप चाहे तो टी बैग को भी अपनी आखों पर रखकर सेकाई कर सकती हैं। यह एक कारगर उपाय है क्युकी ग्रीन टी में मौजूद टैनिन में संक्रमण को रोकने की क्षमता अधिक होती हैं। 

हल्दी पाउडर है कारगर 

आप एक कटोरी में हल्दी का पेस्ट तैयार कर ले और इसे अपनी बिलनी वाली जगह पर लगाए ऐसा करने आपको जल्दी ही आराम मिलेगा क्युकी हल्दी एंटीबायोटिक का उत्तम विकल्प हैं। इसको इस्तेमाल का दूसरा तरीका यह है की आप हल्दी पाउडर को पानी में घोल ले इसे थोड़ा लिक्विड ही रखे और कॉटन की मदद से अपनी आखों पर लगाए। 

ऐलोवेरा जेल का इस्तेमाल  

यदि आप घरेलू उपचार की बात करते हैं तो एलोवेरा से अच्छा कोई विकल्प है ही नहीं। फिर दिक्कत बालों से जुड़ी हो, स्किन से हो, पेट से हो एलोवेरा रामबाण हैं। आपको करना ये है की एलोवेरा को पत्ती से जेल को लेना है और से अपनी आंखो पर लगाना हैं यह संक्रमण को रोकने के साथ ही आपको दर्द , जलन, खुजली से भी निजात दिलाएगी। 

गर्म पानी की सिकाई

बिलनी में आखों में काफी सूजन आ जाती है, कई बार तो पलकें खुलती तक नहीं हैं इस अवस्था में गर्म पानी की सिकाई सबसे अच्छा विकल्प होता हैं। यह आपकी बिलनी को ठीक करने में उपयोगी हैं। 

लहसुन की कली छुआए  

दादी नानी के नुख्से से निकला यह उपाय भी आप आजमा सकते है। लहसुन की सात कलियों को एक एक करके सात दिन बिलनी से छुआए, ऐसा करने से आपकी बिलनी हर दिन के साथ सूखने लगेगी।

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