Health And Fitness - Article

img
Health And Fitness

Dental Care Tips : दांत के रोग का उपचार, कारण और उपाय

हमारे दांत हमारे चेहरे की खुबसूरती होते है। फिर चाहे तो वो आपकी हसी हो या मुस्कान। दांतों को अनदेखना नहीं किया जा सकता है। हम जिन भी पकवानों को खाते है या स्वाद लेते है ,ये सब तभी संभव हो पाया है जब हमारे दांत मजबूत है। 

दांत क्या होते है (What is Dental Care) 

दांतों के विषय में कुछ भी जानने समझने से पहले यह जानना अति आवश्यक है की दांत वास्तव में क्या होते हैं। दांत हमारे मुंह या जबड़ों में स्थित छोटे सफेद रंग की संरचना है जो बहुत से कशेरुकीय जीव जंतुओं में पाई जाती हैं। 

दांत भोजन को अच्छे से चीरने ,चबाने के काम आते हैं। हमारे दांतों की जड़ें मसूड़ों से ढकी हुई होती हैं। जंगली जानवरों विशेषकर जो मांसाहारी है उनके दांतों की संरचनाएं भिन्न होती हैं , जिससे यह अपने दातों से शिकार को अच्छे से पकड़ सके उसे चीर सके। हालाकि इंसानों में भी ये कई तरह के के ऊतकों से बने होते हैं। इनकी संख्या मावन शरीर में ४० होती हैं।

दांतों के प्रकार (Types of Teeth) 

मनुष्यों के दांत 4 प्रकार के पाए जाते हैं 

  • कृतक ( incisor )
  • रदनक( canine) 
  • अग्रचर्वणक ( premolar) 
  • चर्वणक ( molar) 

कृतक दांतो का इस्तेमाल किसी भी चीज को काटने या कुतरने के लिए किया जाता हैं। 

रदनक दांतों का इस्तेमाल तब होता है जब हमें कुछ फाड़ने की जरूरत पड़ती हैं। 

अग्रचर्वणक और चर्वणक दांतों का इस्तेमाल हम भोजन को अच्छे से चबा चबाकर खाने के लिए करते है। 

दांतों के भाग ( Part of Teeth) 

दांतों की जटिल उतकीय संरचना को देखते हुए दांतों को तीन भागों में बाटा गया हैं 

  1. शिखर ( Enamel)
  2. ग्रीवा (dentine)
  3. जड़ ( apex)

शिखर दांत का वह हिस्सा होता है जो बाहर नजर आता है। इन दांतों के ऊपर इनैमल की परत होती हैं जो सफेद होती हैं। यह दांतों को सुरक्षित रखती हैं। 

दांतों में होने वाले रोगों का उपचार (Treatment of Dental Diseases)

दांतों में समस्या होना आजकल आम बात हो गई हैं। इसका प्रमुख कारण हमारा गलत खान पान या दांतों की अच्छे से साफ सफाई। ही करना हैं। दांत के बिना हम खुद की कल्पना भी नहीं कर सकते है ऐसे में हमे अपने दांतों का बहुत ख्याल रखना चाहिए। 

मुंह की सड़न और दुर्गंध 

मुंह से दुर्गंध आना भी दांतों से जुड़ी बीमारियों की ही निशानी है ऐसे में हमारे दांत सड़ने लगते है इसका सबसे अच्छा उपाय यह है की आप नीम की दातुन करे या नीम के पानी का कुल्ला दिन भर में कई बार करें। 

अगर आप शहद के साथ लहसुन का रस मिलाकर अपने दांतों में लगाते है तो आपको दांतों की सड़न और बदबू से निजात मिलता हैं।

दांतों में कीड़े लगना 

दांतों के कीड़े लगने का प्रमुख कारण होता है आपका भोजन दांतों में फसा रह जाना या फिर भोजन के बाद दांतों को अच्छे से साफ नहीं करना , इसलिए सबसे पहले तो अपने दांतों को अच्छे से साफ करे दोनो समय भोजन के पश्चात ब्रश करें। 

यदि संभव हो सके तो थोड़ा गुनगुना पानी ले उसमे कुछ बूंदे लौंग के तेल की डाले और हल्का सा नमक मिलाकर इस पानी से दोनो समय कुल्ला करें आपके दांतों के कीड़े खत्म हो जायेगे। 

दांतों में बैक्टीरिया  

दांतों में बैक्टीरिया का प्रमुख कारण होता है मीठा, चॉकलेट, केक और चाय , कॉफी । हम रोजमर्रा के जिंदगी में इन चीजों का सेवन करते है। जो हमारे दांतों के लिए बेहद घातक होते हैं। मीठे में बैक्टीरिया का पर्सेंटेज सबसे ज्यादा होता हैं , इसलिए हो सके तो मीठा कम से कम खाए या खाने के बाद दांतों को अच्छे से साफ करें।

दांतों में पायरिया  

दांतों में कैल्शियम की कमी से पायरिया रोग होता हैं। जो लोग अपने दांतों को अच्छे से साफ nhi रखते है उनमें यह बीमारी ज्यादा देखी जाती है , इसमें मसूड़े कमजोर हो सड़ने लगते हैं, इसलिए अपने दांतों को अच्छे से साफ रखे।

दांतो का पीलापन

दांतो का पीलापन दूर करने आप बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करें। या फिर अपने दांतों को नमक और तेल के मिश्रण से साफ करे आप के दांतो का पीलापन जल्द ही दूर हो जाएगा। 

दांतों का दर्द 

दांतों का दर्द व्यक्ती के लिए बेहद असहनीय होता है। इसके लिए आप सरसों के तेल में एक चुटकी नमक और हल्दी मिलाए फिर इसे आप अपने दांतों पर लगा के छोड़ से इससे आपको दर्द से बहुत आराम मिलेगा। 

दांतों का गिरना 

दांतों का गिरना वृद्धावस्था की एक आम समस्या है लेकिन उम्र से पहले यह होना चिंता का विषय हैं। इसलिए अपने भोजन में फलों सब्जियों , दालों,  दूध अन्य पोषक तत्वों का इस्तेमाल करें। 

मुंह का कैंसर

यह बेहद घातक बीमारी है जिसका सीधा संबंध आपके दांतों से भी है। इसलिए पान, बीड़ी, सिगरेट, शराब, तंबाकू आदि के सेवन से बचे ताकि आपके दांत स्वस्थ रहे। 

डाईलेसरेशन

यह दांतों की ऐसी समस्या है जिसमे दांतो का आकार व संरचना बिगड़ने लगते हैं। टेडे मेढ़े से दांत निकलते हैं। इसमें दांत रूट से ही बिगड़े से निकलते हैं। 

दांतों में सेंसेटिविटी

यह दांतों से जुड़ी ऐसी बीमारी है जो हर दस में से आठ व्यक्तियों में होती हैं इस अवस्था में आपके दांत बेहद सेंटिव हो जाते है जिससे ठंडा, गर्म , खट्टा कुछ भी खाने पर दांतों में दर्द महसूस होता हैं। 

दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले कारण (Causes To Loss of Teeth) 

1. आप अपने दांतों को नियमित रूप से साफ रखे , कम से कम दो समय ब्रश अवश्य करें। 

2. अधिक मीठा या शीरे वाली मिठाईयां खाने से बचे। 

3. जंक फूड जैसे चॉकलेट, केक, पेस्ट्री आदि खाने से बचे। 

4. केन वाली कोल्ड्रिंक या कोई भी ऐसे वस्तुओं के इस्तेमाल से बचे। 

5. चाय ,कॉफी भी आपके दांतों को खराब करते हैं इसलिए इनके प्रयोग से बचे। 

6. सोफ्टड्रिंक की बोतलों को खोलने के लिए ओपनर का इस्तेमाल करे कभी दांतों का प्रयोग न करें। 

7. भोजन के बाद दांतों को जरूर साफ करे सड़ा हुआ भोजन आपके दांतों को खराब कर सकता हैं। 

8. बहुत अधिक ठंडा और बहुत अधिक गर्म खाना खाने से बचे दोनो से दांतो की सेंटिविटी को खराब कर देते हैं।

9. यदि आप आइसक्रीम खाने के बेहद शौक़ीन है तो संभल जाइए कोई ठंडी आइसक्रीम दांतो के लिए बेहद नुकसानदेह हैं। 

दांतो के लिए कुछ अन्य घरेलू उपाय : 

  • नीम की दातुन करें। 
  • लौंग का तेल या लौंग को दांतो के दर्द में इस्तेमाल करें। 
  • नमक हल्दी और सरसो का तेल का मिलकर दांतो मे लगाए ।
  • अनार के छिलके को सुखाकर पीस ले और तेल के साथ मिला कर लगाए कीड़े नही लगेगे। 
  • अमरूद के पत्तों को उबाल कर ,अजवाइन के साथ कुल्ला करे आपको बहुत आराम होगा। 
  • लहसुन का रस और शहद मिलाकर लगाए बदबू से निजात मिलता। 
  • अदरक का रस दांतो के कीड़े के साथ ही सड़न को भी भागता हैं। 
  • जामुन की छाल को पीस कर मंजन करे यह बेहद गुणकारी हैं। 
  • पीपल की दातुन करने से दात मजबूत होते हैं।

Write Your Comments

Subscribe To Our Newsletter

Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor