हर श्रृंगार के पौधें को परिजात के नाम से जाना जाता हैं। यह सफेद फूलों वाला सजावटी वृक्ष हैं। हर श्रृंगार की पत्तियां बड़ी और चौड़ी होती हैं। इसके फूल सफेद होते हैं, इनके मध्य में नारंगी रंग होता हैं। इनकी डंडी नारंगी होती है , इनके फूलों में विशेष महक होती है, यह फूल भगवान शिव को अति प्रिय हैं।
हर श्रृंगार एक औषधीय गुणों से युक्त पौधा हैं। इनके औषधीय गुणों के कारण इन्हें आयुर्वेद में विशेष स्थान हैं। इन्हे प्राजक्ता या पारिजात नाम से भी जाना जाता हैं। भागवत गीता और हरिवंश पुराण में पारिजात के फूलों का उल्लेख मिलता हैं। इसकी लंबाई 11 मीटर तक की होती हैं। इसके ऊपरी सतह पर मोटे भूरे रंग छाल होती है।
हर श्रृंगार के एक या दो नहीं अनगिनत फायदे हैं, आयुर्वेद के साथ साथ वास्तु शास्त्र में भी इसके कई फायदो का उल्लेख किया गया हैं। हर श्रृंगार के फूलों से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु का भी श्रृंगार किया जाता हैं। इसके फूलों को भोलेनाथ शिव पर चढ़ाने से हर मनोकामना पूर्ण होती हैं।
हर श्रृंगार का प्रयोग करने बवासीर के मरीजों को राहत मिलती हैं। इसके बीज के पेस्ट को गुदा के स्थान पर लगाने से मल त्याग में आसानी होती हैं। यह गुदा की सूजन से भी निजात दिलाता हैं। इसके इस्तेमाल से गुदा की रक्त वाहिकाओं में होने वाली दिकतों से भी छुटकारा मिलता हैं।
बवासीर के इस्तेमाल से हृदय रोग में राहत मिलती हैं। यह रक्तचाप को भी सुधरता हैं। सितंबर से लेकर नवंबर तक इसके इस्तेमाल से बुखार, खासी आदि रोग नहीं होते हैं।
ब्रोंकाइटिस फेफड़े से जुड़ी हुई एक बीमारी हैं। हर श्रृंगार के पत्तियों के रस को पीने से खांसी , कफ, और फेफड़े से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं। फेफड़े की सूजन , जलन , इन्फेक्शन आदि से भी राहत दिलाता हैं।
हर श्रृंगार की पत्तियों का पेस्ट बना कर हड्डियों पर लगाने से टूटी हुई हड्डियों को भी जोड़ा जा सकता हैं। नस चढ़ने पर या किसी चोट के कारण हुई स्वेलिंग को खतम करने के लिए हर श्रृंगार लाभप्रद हैं।
साटिक एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसमे कमर से लेकर पैरों तक गंभीर दर्द होता हैं। ऐसे में पारिजात के पत्तियों का काढ़ा बना कर पीने से दर्द से राहत मिलती हैं। साथ ही यह आपकी नसों में भी खून की रवानगी को सही करता हैं।
हर श्रृंगार को पीने से गठिया रोग में आराम मिलता हैं। गठिया बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी में होना अब आम बात हैं। हर श्रृंगार के तेल के प्रयोग से जोड़ो और गाठो में दर्द से निजात मिलता हैं। इससे मांसपेशियों में खिंचाव, दर्द आदि से राहत मिलती हैं। एक कटोरे में एक नारियल का तेल डाले और कुछ बूंदे पारिजात के तेल की डाले बाद में इसे अच्छे से मिला कर मालिश करे आराम मिलेगा।
हर श्रृंगार को उबाल कर पीने से शरीर का खून शुद्ध होता हैं। यह शुगर लेवल को भी कम करता हैं। इसको निरंतर पीने से खून भी पतला होता हैं।
हर श्रृंगार को पीस कर लगाने से कैसी भी चोट हो आराम मिलता हैं। घाव भर जाता हैं। यह चोट के जलने को भी कम करता है। इसके इस्तेमाल से स्किन की सभी बिमारिया दूर होती हैं।
हर श्रृंगार को पीस कर बालों में लगाने से बाल सुंदर , मजबूत और चमकदार बनत हैं। इसके पानी से भी बाल धुलने से बाल स्वस्थ होते हैं। इसके इस्तेमाल से सर के जड़ों को भी मजबूती मिलती हैं। डैंड्रफ और खुसकी से भी राहत मिलती हैं।
हर श्रृंगार पीने से सुगर से छुटकारा मिलता है। यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता हैं, हर श्रृंगार तमाम बीमारियों से राहत दिलाता हैं।
हर श्रृंगार के प्रयोग से हर पेट में होने वाले कोड़े को मारता हैं। साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को सही करता हैं। साथ ही यह पेट को मजबूती प्रदान करता हैं।
हर श्रृंगार पीने से महिलाओं से जुड़ी अनेक बीमारियों में रहता मिलती है। इसके इस्तेमाल से अधिक रक्त स्राव से निजात मिलता हैं। मासिक धर्म से जुड़ी दर्द परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है।
हर श्रृंगार को पीने से तनाव और चिंता से भी निजात मिलता है। हर श्रृंगार की चाय पीने से बॉडी रिलैक्स होती है आपको हल्का महसूस होता हैं और अच्छी नीद आती हैं।
हर श्रृंगार की पत्तियों के रस से मलेरिया रोगी को छुटकारा मिलता हैं। यह मलेरिया परिजीवी प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम को मारने में भी लाभकारी हैं।
हर श्रृंगार को पीस कर चेहरे पर लगाने से स्किन से जुड़ी सभी समस्याएं दूर होती हैं। यह चेहरे के दाग धब्बों को भी खत्म करता हैं। इसे आप फेस पैक जैसे इस्तेमाल कर सकते हैं , इससे आपकी त्वचा कांति वान बनती हैं।
इस प्रकार हर श्रृंगार बेहद ठंडी तासीर का जादुई पौधा हैं। जो अपने गुणों के कारण आयुर्वेद चिकित्सा में विशेष महत्व रखता हैं। इसके सेवन से सभी प्रकार की एलर्जी दूर होती हैं।
श्रृंगार एक औषधीय गुणों से युक्त पौधा हैं। इनके औषधीय गुणों के कारण इन्हें आयुर्वेद में विशेष स्थान हैं। इन्हे प्राजक्ता या पारिजात नाम से भी जाना जाता हैं।