मातृत्व का सुख प्राप्त करना हर एक महिला का सपना होता हैं। ऐसे में किसी लापरवाही के कारण संतान सुख न मिल पाना या सही समय पर जानकारी नहीं होने से स्वास्थ का बिगड़ जाना , महिलाओं की ऐसी कई परेशानियों को दूर करने में प्रेग्नेंसी टेस्ट किट का बहुत अहम किरदार हैं। छोटी छोटी बातों की जानकारियों से हम किसी बड़ी दुर्घटना को रोक सकते हैं।
आइए जानते है वो आसान से चरण जिनके प्रयोग से आप अपने गर्भधारण की सही जानकारी प्राप्त कर सकती हैं व समय पर सही इलाज कर सकती हैं।
सबसे पहले आप अपने मासिक धर्म चक्र यानी की पीरियड डेज को अच्छे से समझ लें। हर महिला को प्रत्येक माह में पीरियडस आता है जो की 5 से 6 दिन या 4दिन का भी रहता हैं। पीरियड बंद होने के ठीक 28 से 30 दिन बाद पुनः पीरियड आना चाहिए। किसी किसी महिला में ये 45 दिन पर भी आता है । यदि आपके पीरियड की डेट हर महीने सही समय से आती है तो आप 30 दिन बाद पीरियड के न आने पर ही गर्भधारण की। संभावना होती है तभी कीट का इस्तेमाल करें।
प्रेग्नेंसी टेस्ट किट कई कंपनी की मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध हैं आप किसी भी कंपनी की किट ले सकती हैं । जैसे प्रेग्रा न्यूज , आई नो, प्रेगलाइन, आदि कई किट हैं। किट लेते समय ध्यान रखे किट पुरानी डेट की न हो यानी एक्सपायर डेट जरूर जॉच लें।
प्रेग्नेंसी टेस्ट किट की सही जांच का समय सुबह का होता है रात्रि से लेकर सुबह तक के बीच में सब कम पानी पिया जाता है जिससे जांच करने पर सही जानकारी मिलती हैं।
प्रेग्नेंसी टेस्ट किट में अपने सुबह की यूरिन की दो चार बूंदे डालें। यूरिन सुबह का इसलिए सबसे जरूरी होता है क्योंकि इसमें HCG लेवल सबसे अधिक होता है जो की प्रेग्नेंसी के लिए सबसे महत्वपूर्ण हार्मोन होता हैं ।
अब टेस्ट किट में आई लाइन्स को ध्यान से देखें, किट में दो अंग्रेजी के अक्षर लिखें होते है C और T जिनके द्वारा प्रेग्नेंसी का पता लगाया जाता हैं।
प्रेग्नेंसी टेस्ट किट में यूरिन डालते ही लाइन आती है। C के आगे आई लाईन का मतलब है किट सही हैं और आप जॉच सही तरीके से कर रही है , अगर T के आगे भी लाइन आए यानी आप मां बनने वाली है प्रेगनेंट है।
एक लाइन का अर्थ है नेगेटिव यानी गर्भ धारण नहीं हुआ हैं। और दो लाइन आने का अर्थ होता है आप प्रेगनेंट है, मां बनने वाली हैं। अब आप समय पर ही किसी अच्छे डॉक्टर से समय से ही अपना चेकअप करवाते रहे व स्वस्थ मात्र सुख प्राप्त करें।
1 अनचाहे गर्भ से छुटकारा मिलता हैं। सही समय पर जानकारी मिल जाने से जो मां नही बनना चाहती उन्हें फायदा होता हैं।
2 जनसंख्या नियंत्रण में भी इसका बड़ा रोल है पहले से संतान होने पर माता पिता चाहे तो नए गर्भ से बच सकते है।
3 सही समय पर सही जानकारी मिल जाने से मां और बच्चे दोनो का ध्यान रखा जा सकता हैं।
4 किट की सहायता से बच्चे की जानकारी हो जाने पर यह प्रेंग्नेंसी मां के लिए हरिकारक तो नही हैं इसका ज्ञान हो पाता हैं।
5 जो इन उपायों को सहायता नही लेते हैं कई बार लेट होने पर उन्हें अबॉर्शन अर्थात गर्भपात में भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता हैं।
सबसे पहले आप मेडिकल स्टोर से प्रेग्नेंसी टेस्ट किट ले लाए।